Saturday 7 March 2015

The Positive Thinking is the key of Success in Hindi

दोस्तों आजकल लोग अपनी असफलता को अपनी कमजोरी न समझकर किसी दूसरे के ऊपर थोपते हैं। ऐसे लोग जिंदगी में कभी भी सफल नहीं हो पाते और हमेशा अपनी असफलता का ठीकरा किसी दूसरे के सर फोड़ते रहते हैं।

मैं आपको कुछ ऐसे व्यक्तियोँ के बारे में बता रहा हूँ जो अपनी जिन्दगी में तमाम असफलताओं के बाद भी सफलता हासिल की और संपूर्ण विश्व में अपना नाम रोशन किया।

बहाने Vs सफलता:
1- मुझे उचित शिक्षा लेने का अवसर नही मिला...
उचित शिक्षा का अवसर फोर्ड मोटर्स के मालिक हेनरी फोर्ड को भी नही मिला ।

2- मै इतनी बार हार चुका, अब हिम्मत नही...
अब्राहम लिंकन 15 बार चुनाव हारने के बाद राष्ट्रपति बने।

3- मै अत्यंत गरीब घर से हूँ ...
भारत के पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम भी गरीब घर से थे।

4- बचपन से ही अस्वस्थ था...
आँस्कर विजेता अभिनेत्री मरली मेटलिन भी बचपन से बहरी व अस्वस्थ थी ।

5 - मैने साइकिल पर घूमकर आधी ज़िंदगी गुजारी है...
निरमा के करसन भाई पटेल ने भी साइकिल पर निरमा बेचकर आधी ज़िंदगी गुजारी है।

6- एक दुर्घटना मे अपाहिज होने के बाद मेरी हिम्मत चली गयी...
प्रख्यात नृत्यांगना सुधा चन्द्रन के पैर नकली है ।

7- मुझे बचपन से मंद बुद्धि कहा जाता है...
थामस अल्वा एडीसन को भी बचपन से मंदबुद्धि कहा जता था।

8- बचपन मे ही मेरे पिता का देहाँत हो गया था...
प्रख्यात संगीतकार ए.आर.रहमान के पिता का भी देहांत बचपन मे हो गया था।

9- मुझे बचपन से परिवार की जिम्मेदारी उठानी पङी...
लता मंगेशकर को भी बचपन से परिवार की जिम्मेदारी उठानी पङी थी।

10- मेरी लंबाई बहुत कम है...
सचिन तेंदुलकर की भी लंबाई कम है।

11- मै एक छोटी सी नौकरी करता हूँ, इससे क्या होगा...
धीरु अंबानी भी छोटी नौकरी करते थे।

12- मेरी कम्पनी एक बार दिवालिया हो चुकी है, अब मुझ पर कौन भरोसा करेगा...
दुनिया की सबसे बङी शीतल पेय निर्माता पेप्सी कोला भी दो बार दिवालिया हो चुकी है ।

13- मेरा दो बार नर्वस ब्रेकडाउन हो चुका है, अब क्या कर पाउँगा...
डिज्नीलैंड बनाने के पहले वाल्ट डिज्नी का तीन बार नर्वस ब्रेकडाउन हुआ था।

14- मेरी उम्र बहुत ज्यादा है...
विश्व प्रसिद्ध केंटुकी फ्राइड चिकेन के मालिक ने 60 साल की उम्र मे पहला रेस्तरा खोला था।

15- मेरे पास बहुमूल्य आइडिया है पर लोग अस्वीकार कर देते है...
जेराँक्स फोटो कापी मशीन के आईडिया को भी ढेरो कंपनियो ने अस्वीकार किया था पर आज परिणाम सामने है।

16- मेरे पास धन नही...
इन्फोसिस के पूर्व चेयरमैन नारायणमूर्ति के पास भी धन नही था उन्हे अपनी पत्नी के गहने बेचने पड़े थे।

17- मुझे ढेरो बीमारियां है..
वर्जिन एयरलाइंस के प्रमुख भी अनेको बीमारियों से ग्रसित थे।
राष्ट्रपति रुजवेल्ट के दोनो पैर काम नही करते थे।

दोस्तों आज आप जहाँ भी हैं या कल जहाँ भी होंगे, इसके लिए आप किसी और को जिम्मेदार नही ठहरा सकते, इसलिए आज ही चुनाव कीजिये - आपको सफलता और सपने चाहिए या खोखले बहाने... ये आप स्वयं तय कीजिये। मैं Soch Aapki की तरफ से आप लोगों से आशा करता हूँ कि इस लेख को पढ़कर आपको जीवन में सफल होने  प्रेरणा मिलेगी।

धन्यवाद! www.sochapki.com

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